प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना तीन राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए आरंभ की गयी
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) 15 मई 2016 को दाहोद में तीन राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए आरंभ की गई.
इस अवसर पर गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मौजूद रहीं.
संबंधित मुख्य तथ्य:
• योजना के प्रारंभ में तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 15 परिवारों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन सौंपे गये. यह योजना तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं के जीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करेगा.

• योजना के फलस्वरूप महिलाओं को खाना पकाने के समय होने वाले कठिन परिश्रम के अलावा रसोईघर में फैले धुएं और धुएं होने वाली अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.
• आगामी तीन महीनों में 5 करोड़ बीपीएल महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिये जायेंगे.
• प्रशासनिक लागत वाले प्रति कनेक्शन की लागत 1600 रुपये होगी, इसमें सरकार की ओर से सिलेंडर, दबाव नियंत्रक, पुस्तिका और सुरक्षा नली आदि शामिल होंगी.
उद्देश्य:
• महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समय तक देश की 5 करोड़ महिलाओं को धुएं के संकट से उबारना और इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात दिलाना है.
• गुजरात में 25 लाख नये कनेक्शन और 15 लाख पीएनजी कनेक्शन देना है जिससे कि शुद्ध ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ाया जा सके.
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) 15 मई 2016 को दाहोद में तीन राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए आरंभ की गई.
इस अवसर पर गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मौजूद रहीं.
संबंधित मुख्य तथ्य:
• योजना के प्रारंभ में तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 15 परिवारों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन सौंपे गये. यह योजना तीन राज्यों में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं के जीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करेगा.

• योजना के फलस्वरूप महिलाओं को खाना पकाने के समय होने वाले कठिन परिश्रम के अलावा रसोईघर में फैले धुएं और धुएं होने वाली अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.
• आगामी तीन महीनों में 5 करोड़ बीपीएल महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिये जायेंगे.
• प्रशासनिक लागत वाले प्रति कनेक्शन की लागत 1600 रुपये होगी, इसमें सरकार की ओर से सिलेंडर, दबाव नियंत्रक, पुस्तिका और सुरक्षा नली आदि शामिल होंगी.
उद्देश्य:
• महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समय तक देश की 5 करोड़ महिलाओं को धुएं के संकट से उबारना और इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात दिलाना है.
• गुजरात में 25 लाख नये कनेक्शन और 15 लाख पीएनजी कनेक्शन देना है जिससे कि शुद्ध ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ाया जा सके.
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