चर्चा में क्यों?
अपनी दो वर्षों से अधिक की अन्तरिक्ष यात्रा में OSIRIS-Rex अन्तरिक्षयान ने पहली बार अपनी रोबोटिक बाँह बाहर निकाली है. यह बाँह और इसका अग्रभाग, जिसे TAGSAM जाता है, का कारगर होना अन्तरिक्षयान के लक्ष्य को पूरा करने के लिए अति-आवश्यक है. TAGSAM का फुल फॉर्म है – Touch-and-Go Sample Acquisition Mechanism.
विदित हो कि इस अन्तरिक्षयान का लक्ष्य Bennu नामक क्षुद्रगृह की सतह से कम-से-कम 60 ग्राम सामग्री उठाना और उसे लेकर 2030 तक पृथ्वी लौट आना है.
OSIRIS-REx अभियान क्या है?
- OSIRIS-REx का full form है –Origins, Spectral Interpretation, Resource Identification, Security-Regolith Explorer.
- यह NASA केNew Frontiers program का तीसरा अभियान है.
- इसके पहले इस कार्यक्रम के तहत प्लूटो और वृहस्पति की ओर क्रमशः New Horizons और Juno नामक अन्तरिक्षयान छोड़े गये थे.
अभियान के वैज्ञानिक लक्ष्य
- यह अन्तरिक्ष यान Bennu की कक्षा में तीन वर्ष रहेगा और उस क्षुद्रग्रह की थाह लेने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयोग करेगा.
- OSIRIS-REx Bennu उल्कापिंड का नक्शा तैयार करेगा और वह जगह चुनेगा जहाँ से वह नमूने जमा करेगा.
- यह अन्तरिक्ष यान उस उल्कापिंड की सतह पर फैलेregolith नामक मिट्टी जैसे पदार्थ का नमूना लेगा.
- रेगोलिथ का नमूना लेने के लिए यह अन्तरिक्षयान मात्र 5 सेकंड के लिए उल्कापिंड की सतह पर आएगा और नाइट्रोजन गैस का विस्फोट करके regolith में हलचल पैदा करेगा जिससे कि वह उसको चूसकर अपने अन्दर संगृहीत कर सके.
- इसके लिए अन्तरिक्षयान में इतना nitrogen जमा कर दिया गया है जिससे तीन बार विस्फोट किया जा सके.
- NASA को आशा है कि वह 60 से लेकर 2000 ग्राम रेगोलिथ धरती पर लाया सकेगा.
Bennu ही क्यों?
OSIRIS-REx मिशन के लिए Bennu को 5 लाख ज्ञात क्षुद्रग्रहों में से चुना गया था जिसके मुख्य कारण ये हैं –
- पृथ्वी से निकटता
- Bennu की कक्षापृथ्वी की कक्षा के समान है. ज्ञातव्य है कि पृथ्वी से अपेक्षाकृत निकट 7,000 क्षुद्रग्रहों में से 200 ही ऐसे क्षुद्रग्रह पृथ्वी के समान हैं और उनमें Bennu एक है.
- छोटे-छोटे क्षुद्र का व्यास 200 meter से कम का है जिसके कारण ये बड़ेक्षुद्र ग्रहों की तुलना में अधिक तेजी से घूमते हैं. परिणामतः इसका regolith पदार्थ अन्तरिक्ष में बिखर सकता है. किन्तु दूसरी ओर Bennu का व्यास 500 meter का है, इसलिए यह इतना धीरे घूमता है कि इसकी रेगोलिथ उसके भूमि-तल पर टिका रह जाता है.
- Bennu की बनावट: – Bennu एक प्राथमिक क्षुद्रग्रह है अर्थात् 4 बिलियन वर्ष पहले सौरमंडल के बनने के समय से इसमें कोई ख़ास परिवर्तन नहीं आया है. इसमें कार्बन भी बहुत है जिसका अभिप्राय यह हुआ है कि इसमें ऐसे जैव-अणु (organic molecules) भी हो सकते हैं.
- Bennu के बारे में एक और रोचक तथ्य यह है कि यह पृथ्वी के लिए खतरनाक है. प्रत्येक छठे वर्ष Bennu की कक्षा उसको पृथ्वी के 2 लाख मील के अन्दर ले आती है. इसका अर्थ यह हुआ है कि 22वीं शताब्दी के अंतिम भाग में बहुत करके यह हो सकता है कि यह क्षुद्र ग्रह पृथ्वी से टकरा जाए.
#OSIRISRex
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